जैन धर्म और बौद्ध धर्म पर आधारित प्रश्न 

जैन धर्म और बौद्ध धर्म पर आधारित प्रश्न 

1. जैनों का प्राचीनतम ग्रन्थ में है –
A. 12 अंग
B. 12 उपांग
C. 14 पूर्व
D. 14 अपूर्व 
उत्तर- C
व्याख्या- जैनों के प्राचीनतम ग्रन्थों को ‘पूव्व’ कहा जाता है।। इनकी संख्या 14 है। जैन साहित्य को आगम (सिद्धान्त) कहा जाता है।
2. प्रथम तीर्थकर थे– 
A. ऋषभदेव
B. पार्श्वनाथ
C. अरिष्टनेमि
D. महावीर
उत्तर :-A 
व्याख्या- ऋषभदेव को ‘जैन धर्म’ के संस्थापक, प्रवर्तक एवं पहले तीर्थंकर के रूप में जाना जाता है। इनकी मृत्यु अट्ठावय (कैलास पर्वत) पर हुई थी। इनका प्रतीक चिह्न वृषभ है।
3. इनमें से कौन सही है ?
A. ज्ञान–बोधिवृक्ष
B. प्रथम उपदेश-सांड
C. गृह त्याग-धर्म चक्र
D. महापरिनिर्वाण – सिंह
उत्तर :- A
व्याख्या- ‘ज्ञान- बोधिवृक्ष’, ‘प्रथम उपदेश- धर्म ‘चक्रप्रवर्तन’, “गृह त्याग-महाभिनिष्क्रमण’, ‘महापरिनिर्वाण स्तूप’ – इन सभी संकेतों का सम्बन्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध से है।
4. ऋत के नियामक देवता थे—
A. इन्द्र
B. वरुण
C. अग्नि 
D. रुद्र
उत्तर- B
व्याख्या – ‘ऋत’ के नियामक देवता वरुण थे। ‘ऋत’ का अर्थ है सत्य) तथा अविनाशी सत्ता। ऋग्वेद में ऋत की बड़ी सुन्दर कल्पना मिलती है। बताया गया है कि सृष्टि के आदि में सबसे पहले ऋत उत्पन्न हुआ था— ‘ऋत च सत्यं चाभीद्वात तपसोऽध्याजातौ
5. वेदांग का हिस्सा नहीं है–
A. शिक्षा 
B. गन्धर्व
C. ज्योतिष
D. छन्द
उत्तर- B
व्याख्या- ”वेदांग का हिस्सा नहीं|
6. कृष्ण किस क्षत्रिय कुल में आते हैं– 
A. इक्ष्वाकु
B. ज्ञातृक
C. सात्वत (वृष्णि)
D. चन्द्रवंशी
उत्तर- C
व्याख्या कृष्ण सात्वत (वृष्णि) क्षत्रिय कुल में आते हैं। ईस्वी स नके प्रारम्भ होने से पूर्व ही उनकी देवता के रूप में पूजा प्रारम्भ हो चुकी थी। गीता में स्वयं कृष्ण ने अपने को वृष्णियों में वासुदेव कहा है
7. भागवत धर्म का सही तादात्म्य है–
A. एन्थेइस्ट
B. थेइस्ट
C. भौतिकवाद
D. ईश्वरवाद
उत्तर-D
व्याख्या- भागवत धर्म का सही तादात्म्य ईश्वरवाद है। भागवत धर्म मुख्य रूप से पाणिनि के काल में अत्यधिक प्रचलित हुआ। इस समय उल्लेख मिलता है कि वासुदेव की पूजा करने वाले वासुदेवक कहलाते थे।
8. त्रिरत्न में कौन शामिल नहीं है ?
A. बुद्ध
B. संघ
C. अहिंसा
D. धम्म
उत्तर- C
व्याख्या-त्रिरत्न में अहिंसा शामिल नहीं है। त्रिरत्न का सम्बन्ध बौद्ध धर्म से है। बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं बुद्ध, संघ और धम्म बुद्ध द्वारा स्थापित संघ की सभा में प्रस्ताव पाठ को ‘अनुसावन’ कहते थे
9. जैनमत का दिगम्बर एवं श्वेताम्बर में विभाजन हुआ था–
A. 4 Cen BC
B. 5 Cen BC
C. 4 Cen AD
D. 5 Cen AD
उत्तर-A
व्याख्या- चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल (322-298 ई०पू०) में जैन मत का श्वेताम्बर व दिगम्बर सम्प्रदाय में विभाजन हुआ। चन्द्रगुप्त मौर्य के समय में मगध क्षेत्र में अकाल पड़ा। इस समय जैन सम्प्रदाय के प्रमुख भद्रबाहु थे। भद्रबाहु अपने अनुयायियों के साथ दक्षिण भारत चले गए|
10. आजीवक सम्प्रदाय का प्रतिपादक कौन था ?
A. मक्खलि घोषाल
B. अजित केसकम्बली
C. निगंठनाथपु
D. पकुध कच्चायन
उत्तर – A
व्याख्या – आजीवक सम्प्रदाय का प्रतिपादक मक्खलि घोषाल था। इस सम्प्रदाय का उल्लेख अशोक के अभिलेख मंु भी है और मध्यकाल के प्रारम्भ तक यह सम्प्रदाय कहीं-कहीं प्रचलन में था। घोषाल की शिक्षा का मूलाधार अक्रियावाद या नियतिवाद था। इसके अनुसार प्राणी नियति के अधीन है|
11. निम्नलिखित में से किस जैन तीर्थंकर को कला में सर्पफण से युक्त प्रस्तुत किया गया है ?
A. आदिनाथ
B. नेमिनाथ
C. पार्श्वनाथ
D. महावीर
व्याख्या – जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ को कला में ‘सर्पफण’ से युक्त प्रस्तुत किया गया है जबकि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ या ऋषभदेव का प्रतीक ‘वृषभ’, नेमिनाथ का ‘नीलोत्पल’ तथा महावीर स्वामी का ‘सिंह’ था।
12. अधिक संख्या में वर्षावासों के समय गौतम बुद्ध कहाँ रहे–
A. राजगृह
B. श्रावस्ती
C. नालन्दा
D. ऋषिपत्त
उत्तर-B
व्याख्या- गौतम बुद्ध सबसे अधिक संख्या में वर्षावास कोशल (श्रावस्ती) में किया था। यहाँ पर उन्होंने 21 वर्षावास किए थे। यहाँ पर अनाथपिण्डक नामक एक धनी व्यापारी ने उनकी शिष्यता ग्रहण की और 18 करोड़ स्वर्णमुद्राओं मंा राजकुमार जेत से जेतवन नामक विहार खरीदकर बौद्ध संघ को दान में दिया था
13. सारिपुत्र और मौदगल्यायन शाक्य मुनि के धर्म में कहाँ दीक्षित हुए थे ?
A. कालें
B. एलीफैंटा
C. अजन्ता
D. एलोरा
उत्तर- D
व्याख्या – महाराष्ट्र में अजन्ता की गुफाओं से लगभग 80 किमी दूर स्थित एलोरा की गुफाएँ बौद्ध, ब्राह्मण एवं जैन धर्म से सम्बन्धित हैं। एलोरा की गुफाएँ अपने कलात्मक सौन्दर्य से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं
14. अभिधम्म ग्रन्थ कथावत्थु की रचना की– 
A. महाकस्सप ने
B. मिलिन्द ने
C. महिन्द ने
D. मोग्गलिपुत्त तिस्स ने
उत्तर- D
व्याख्या-अभिधम्म ग्रन्थ ‘कथावत्थु’ की रचना मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की थी। इस ग्रन्थ की रचना तृतीय बौद्ध संगीति के दौरान हुई थी।
जैन धर्म और बौद्ध धर्म पर आधारित प्रश्न 
15. पाशुपत धर्म में शिव पशु के स्वामी कहलाते हैं। पशु का तात्पर्य निम्नलिखित में से किससे है ?
A. सिंह
B. वृषभ 
C. पार्वती
D. जीव 
उत्तर- D
पाशुपत धर्म में शिव पशु के स्वामी कहलाते हैं। पशु क जीव से है। ‘वामन पुराण में शैव सम्प्रदाय की संख्या चार बतायी गई है। ये है शैव, पाशुपत, कापालिक एवं पाशुपति सम्प्रदाय शैवों का सर्वाधिक प्राचीन सम्प्रदाय है
16. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए और नीचे दिये गए कूट से उत्तर का चयन कीजिए–
सूची । सूची II
A. अक्षोभ्य 1. हस्ती
B. वैरोचन 2. सर्प
C. रत्नसम्भव 3. अश्व
D. अमोघसिद्धि 4. गरुड़
कूट ;-  
ABCD
A1234
B2341
C3412
D4123
उत्तर-C
17. निम्नलिखित में से कौन एक बौद्ध अवधारणा नहीं है ? 
A. अस्तिकाय
B. धर्मकाय
C. निर्माणकाय
D. सम्भोगकाय
उत्तर  :- D
व्याख्या- सम्भोगकाय बौद्ध अवधारणा नहीं है
18. भागवत धर्म में कितने तरह की भक्ति का उल्लेख है ?
A. नौ
B. दस
C.ग्यारह
D. आठ
उत्तर- C
व्याख्या— भागवत धर्म में ग्यारह तरह की भक्ति का उल्लेख है भागवत धर्म का उद्भव ‘मौर्योत्तर काल’ में हुआ। इस धर्म के विषय में प्रारम्भिक जानकारी ‘उपनिषदों’ में मिलती है|
19. निम्नलिखित में से कौन शैव सम्प्रदाय हैं ?
1. पाशुपत
3. सात्वत
2. जंगम
4. कापालिक
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर का चयन करें–
A. 1, 3, 4
B. 2,3,4
C. 1, 2, 4
D. 1, 2, 3
उत्तर- C
व्याख्या – वामन पुराण में शैव सम्प्रदाय की संख्या चार बताई गई है। ये हैं— शैव, पाशुपत, कापालिक, कालामुख। पाशुपत सम्प्रदाय शैवों का सर्वाधिक प्राचीन सम्प्रदाय है। इनके अतिरिक्त लिंगायत सम्प्रदाय दक्षिण में प्रचलित था, इन्हें जंगम भी कहा जाता था। लिंगायत (जंगम) सम्प्रदाय है|
20. बेसनगर स्तम्भ अभिलेख में निम्नलिखित में से किसे भागवत कहा गया।
A. अन्तलिकित 
B. भागभद्र
C. हेलिओदोर
D. वासुदेव
उत्तर- C 
भागवत धर्म से सम्बन्धित प्रथम प्रस्तर स्मारक बेसनगर का स्तम्भ है।
21. गौतम बुद्ध की पूर्व जीवन कथाओं का सर्वप्रथम अंकन कहाँ की कला किया गया था ?
A. अशोक का सारनाथ स्तम्भ
B. भरहुत स्तूप
C. अजन्ता की गुफाएँ
D. एलोरा की गुफाएँ 
उत्तर-  B
व्याख्या – मध्य प्रदेश के सतना जिले में भरहुत स्थित है। यहाँ मौर्य सम्राट अशोक ने एक स्तूप का निर्माण करवाया था, यह ईंटों का बना था–
22. निम्नलिखित में से किस स्थान की यात्रा बुद्ध ने नहीं की थी ?
A. वैशाली 
B. कौशाम्बी
C. कपिलवस्तु
D. उज्जयिनी
उत्तर-  D
व्याख्या — गौतम बुद्ध का जन्म लगभग 563 ई० पू० में कपिलवस्तु समीप लुम्बिनी वन (आधुनिक रुम्मिनदेई) में हुआ था। धर्म प्रचार क्रम में उन्होंने कई जगहों की यात्राएँ कीं। लिच्छवियों की राजधा वैशाली में उन्होंने पाँचवाँ वर्षाकाल बिताया तथा नवाँ वर्षाकाल उन्ह कौशाम्बी में बिताया।
23. महावीर की मृत्यु के उपरान्त निम्नलिखित में से किसके जैन संघ के प्रमुख बनने का वर्णन है?
A. जम्बू
B.भद्रबाहु
C. स्थूलभद्र
D. सुधर्मा
उत्तर-  D
महावीर ने अपने जीवन काल में एक संघ की स्थापना की, जिसमें 11 प्रमुख अनुयायी सम्मिलित थे, ये गणधर कहे गए। इन्हें अलग-अलग समूहों का अध्यक्ष बनाया गया।
24. निम्नलिखित में से कौन माध्यमिक दर्शन का प्रतिपादक था?
A. अश्वघोष
B. मोग्गलिपुत्त तिस्स
C. वसुमित्र
D. नागार्जुन
उत्तर-  D
व्याख्या-कनिष्क के समय में बौद्ध धर्म स्पष्टतः दो सम्प्रदायों में विभक्त हो गया—(1) हीनयान, (2) महायान। आगे चलकर उपर्युक्त दोन सम्प्रदायों के अन्तर्गत भी दो-दो सम्प्रदाय बन गए। हीनयान के प्रमु सम्प्रदाय हैं वैभाषिक तथा सौत्रान्तिक। महायान के सम्प्रदाय हैं शून्यवाद (माध्यमिक) तथा विज्ञानवाद (योगाचार) । माध्यमि (शून्यवाद) मत के प्रवर्त्तक नागार्जुन हैं जिनकी रचना ‘माध्यम कारिका’ है।
25. पार्श्वनाथ की शिक्षाएँ संगृहीत रूप से जानी जाती हैं
A. त्रिरत्न नाम से
B. पंच महाव्रत नाम से 
C. पंचशील नाम से
D. चातुर्याम नाम से
उत्तर-  D
व्याख्या—महावीर का अपने पूर्वगामी तीर्थंकर पार्श्वनाथ से दो मतभेद था। पार्श्वनाथ ने भिक्षुओं के लिए केवल चार व्रतों का किया था
26. जैन धर्म में ‘सल्लेखना’ से तात्पर्य है
A. लेखन पद्धति
B. उपवास द्वारा प्राण त्याग
C. तीर्थंकरों की जीवनी
D. भित्ति चित्र 
उत्तर- B
व्याख्या – जैन दर्शन के इस शब्द में दो शब्द ‘सत’ व ‘लेखना’ आते जिनका शाब्दिक अर्थ है अच्छाई का लेखा-जोखा करना। जैन दर्शन में सल्लेखना शब्द उपवास द्वारा प्राणत्याग के सन्दर्भ में आया है।
27. राजगृह का राजवैद्य जीवक गणिका का पुत्र या
A. सालवती
B. रमणीया
C. वसन्तसेना
D. आम्रपाली
उत्तर- A
व्याख्या- यह बुद्ध का अनुयायी था। इसका आयुर्वेद का ज्ञान अत्यन्त उच्च कोटि का था। इसकी माता का नाम सालवती था जो राजगृह की गणिका थी। उसके जन्म के बाद सालवती ने उसे घर से फेंक दिया था। वहाँ से बिम्बिसार के पुत्र राजकुमार अभय ने इसे प्राप्त किया।
28. सूची-1 को सूची-11 से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए
   सूची-1 सूची-II
  (तीर्थंकर) (जन्म स्थान)
A. ऋषभनाथ 1. काशी
B.सम्भवनाथ2. कौशाम्बी
C. पद्मनाथ 3. श्रावस्ती
D. पार्श्वनार्थ 4. अयोध्या
कूट :
ABCD
A1234
B2341
C3412
D4321
उत्तर-  D
व्याख्या – जैन धर्म के तेइसवें एवं प्रथम ऐतिहासिक तीर्थकर पार्श्वनाथ का जन्म काशी में हुआ था। प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव का जन्म अयोध्या में हुआ था। सम्भवनाथ, श्रावस्ती और पद्मनाथ का जन्म कौशाम्बी में हुआ था।
29. पाशुपत’ सम्प्रदाय का संस्थापक कौन था ?
A. उदिताचार्य
B. लकुलीश
C. शंकराचार्य
D. भैरवाचार्य
उत्तर- B
व्याख्या-वामन पुराण में शैव सम्प्रदाय की संख्या चार बतायी गई है। ये हैं शैव, पाशुपत, कापालिक एवं कालामुख। पाशुपत सम्प्रदाय शैवों का सर्वाधिक प्राचीन सम्प्रदाय है। इसका विवरण महाभारत में मिलता है।
30. निम्नलिखित विद्वानों में से किसने तिब्बत में बौद्ध धर्म के वज्रयान सम्प्रदाय की स्थापना की ?
A. शान्तरक्षित
B. पद्मसम्भव
C. धर्मरक्ष
D. कुमारजीव
उत्तर-A
व्याख्या — ईसा की पाँचवीं या छठी शताब्दी से बौद्ध धर्म के भीतर तन्त्र-मन्त्रों का प्रभाव बढ़ने लगा जिसके फलस्वरूप वज्रयान नामक नये सम्प्रदाय का जन्म हुआ। इसमें मन्त्रों तथा तान्त्रिक क्रियाओं द्वारा मोक्ष प्राप्त करने का विधान प्रस्तुत किया गया है
31. निम्नलिखित में से किस स्थान पर एक चैत्यगृह का निर्माण अधिकांशतः यवनों के दान से हुआ था ?
A. अजन्ता
B. भाजा
C. जुन्नर
D. कार्ले
उत्तर- D
व्याख्या— बौद्ध धर्म में बुद्ध की मूर्ति के निर्माण का विधान न होने से बुद्ध प्रतीक के रूप में स्तूप पूजे जाते थे। पूजार्थक स्तूप को सम्भवतः चैत्य कहा जाता था।
32. सत्य के अनेकान्त का सिद्धान्त किसका विशिष्ट लक्षण है ?
A. आजीवक
B. बौद्ध धर्म
C. जैन धर्म
D. लोकायत
उत्तर- C
व्याख्या अनेकान्त का सिद्धान्त जैनधर्म का विशिष्ट लक्षण है। अनेकान्तवाद जैन धर्म के तत्त्वमीमांसा से सम्बन्धित है
33. निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में बहुपति प्रथा का साक्ष्य मिलता है?
A. मणिमेखलै
B. शिलप्पदिकारम
C. महाभारत
D. रामायण
उत्तर C
व्याख्या- बहुपति प्रथा का अर्थ है एक महिला के एक से अधिक पति। यद्यपि बहुपति प्रथा का प्रथम उल्लेख तो ऋग्वेद में ही प्राप्त होता है किन्तु प्रश्न में दिए गए विकल्पों में महाभारत में बहुपति प्रथा का साक्ष्य प्राप्त होता है
34. निम्नलिखित ऐतिहासिक व्यक्तियों का नाम तिथि क्रमानुसार संयोजित कर अपना उत्तर नीचे दिए कूट से चुनिए
1. पार्श्वनाथ
2. महावीर
3. बुद्ध
4. भद्रबाहु
कूट :
ABCD
A1234
B 3 2 1 4
C 4 3 1 2
D 2 4 1 3
उत्तर- A
व्याख्या – पार्श्वनाथ काशी के राजा अश्वसेन के पुत्र थे। उनका काल महावीर स्वामी से 250 वर्ष पूर्व माना जाता है। महावीर स्वामी का जन्म 599 ई० पू० तथा मृत्यु 527 ई० पू० मानी जाती है।
35.प्रारम्भिक बौद्ध साहित्य में ‘वर्द्धमान’ का उल्लेख किस नाम से हुआ है?
A. महावीर
B. जिन
C. निगंठनातपुत्त
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर-C
व्याख्या-बौद्ध साहित्य से ज्ञात होता है कि महात्मा बुद्ध के उदय के पूर्व समाज में छ: बौद्धत्तर आचार्य सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं जिनमें से निगंठनातपुत्त, जैन आन्दोलन के प्रवर्तक महावीर का ही नाम है।
36. वर्द्धमान महावीर निम्नलिखित में से किसके सम्बन्धी थे?
A.उदयन
B. प्रसेनजित
C. चण्डप्रद्योत
D. बिम्बिसार
उत्तर- D
व्याख्या- महावीर की माता त्रिशला अथवा विदेहदत्ता वैशाली के लिच्छवि कुल के प्रमुख चेटक की बहिन थीं। मातृपक्ष से मगध के हर्यक राजाओं बिम्बिसार तथा अजातशत्रु के सम्बन्धी थे
209
Created on

सामान्य ज्ञान के प्रश्न- उत्तर

इस quiz में पूछे जाने वाले प्रश्न अलग अलग विषयों से लिए गये है, प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है,

1 / 10

पवित्र शहर मक्का कहां स्थित है ?

2 / 10

1896 में आयोजित पहले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी किस शहर ने की थी ?

3 / 10

कोलोसियम कहां स्थित है ?

4 / 10

राष्ट्रीय मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र कहां है ?

5 / 10

एशिया का प्रथम और विश्व का दूसरा मानव डीएनए बैंक कहां है ?

6 / 10

जापान में दुनिया का सबसे ऊंचा 2080 फीट का संचार भवन बनकर तैयार हुआ है, उसका नाम क्या है ?

7 / 10

निम्न में से किस शहर को भारत का शून्य मील केंद्र कहते हैं ?

8 / 10

रंगभूमि के रचयिता कौन है ?

9 / 10

विंग्स ऑफ फायर पुस्तक के लेखक कौन है ?

10 / 10

कारगिल विजय दिवस कब मनाया जाता है ?

Your score is

The average score is 46%

0%

37. निम्नलिखित में से कौन बुद्ध का समसामयिक नहीं था?
 A. प्रसेनजित 
B. बिम्बसार
C. उदयभद्र
D. उदयन
उत्तर- C
व्याख्या- महात्मा बुद्ध का समय 563 से 483 माना जाता है। और हर्यक वंश के शासक उदयभद्र या उदायिन का शासन काल 461-445 माना जाता है तथा विकल्प में दिया गया उदयन, वत्सराज उदयन के सन्दर्भ में है।
38. वज्रयान बौद्ध धर्म में बुद्ध/ बोधिसत्व की संगिनी को किस नाम से जाना जाता है?
A. मातंगी
B. योगिनी
C. तारा
D. डाकिनी
उत्तर- C
व्याख्या- वज्रयानियों की क्रियाएँ शाक्त मतावलम्बियों से मिलती-जुलती हैं। इसमें तारा आदि देवियों को महत्त्व प्रदान किया गया है।
39. निम्नलिखित में से किन ग्रन्थों में सोलह महाजनपदों का नामोल्लेख मिलता है?
1. अंगुत्तर निकाय एवं भगवती सूत्र
2. भगवती सूत्र एवं भागवत् पुराण
3. इन्द्रिय जातक एवं अंगुत्तर निकाय
4. ललित विस्तर एवं इन्द्रिय जातक नीचे दिए कूट से अपना सही उत्तर चुनिए
अपना उत्तर नीचे दिए कूट से चुनिए
A. 1 सही है
B. 2 सही है
C. 3 सही है
D. 4 सही है
उत्तर- A
व्याख्या :- अन्गुतर निकाय में जिन सोलह महाजनपदों का वर्णनं  मिलता हैं वह कल्पना पर आधारित नहीं थे ये सोलह जनपद उस समय वस्तुत विद्यमान थे 
40. देवकी पुत्र कृष्ण का प्राचीनतम उल्लेख कहाँ मिलता है?
A. मुण्डक उपनिषद
B. छान्दोग्य उपनिषद
C. शतपथ ब्राह्मण
D. अथर्ववेद
उत्तर- B
व्याख्या – छान्दोग्य उपनिषद में कृष्ण को देवकी पुत्र कहा गया है तथा घोर अंगीरस का शिष्य बताया गया है। कृष्ण के अनुयायी उन्हें भगवत् (पूज्य) कहते थे। इस कारण उनके द्वारा प्रवत्तित धर्म की संज्ञा भागवत हो गयी।
41. भागवत धर्म के प्रवर्तक कृष्ण के गुरु कौन थे?
A. घोर अंगीरस
B. वसुदेव
C. संकर्षण
D. प्रद्युम्न
उत्तर- A
छान्दोग्य उपनिषद में कृष्ण को देवकीपुत्र कहा गया है तथा घोर अंगीरस का शिष्य बताया गया है।
42. नयनार कौन थे ?
 A. शैव धर्म मतावलम्बी
B. शाक्त
C. वैष्णवधर्मी
D. सूर्योपासक
उत्तर- A
व्याख्या – पल्लव काल में शैव धर्म का प्रचार प्रसार नयनार द्वारा किया गया। नयनार सन्तों की संख्या 63 बताई गयी है जिनमें अप्पर, तिरुज्ञान सम्बन्दर, सुन्दरमूर्ति, मणिकवाचगर आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
43. हेराक्लीज की सामान्यतः पहचान किनसे की जाती है?
 A. इन्द्र एवं यम 
B. सूर्य एवं कार्तिकेय
C. अग्नि एवं वरुण 
D. शिव एवं कृष्ण
उत्तर- D
व्याख्या — यूनानी राजदूत मेगस्थनीज ‘डायोनिसस’ के नाम से शिवपूजा का उल्लेख करता है, जो पर्वतीय क्षेत्रों में अधिक प्रचलित थी।
44. मनुस्मृति में सरस्वती एवं दृशद्वती नदियों के बीच का क्षेत्र किस नाम से अभिहित किया गया है?
 A. आर्यावर्त
B. सप्त सैन्धव
C. ब्रह्मवर्त्त
D. ब्रह्मर्षिदेश
उत्तर- C
व्याख्या- सरस्वती व दृशद्वती नदी के मध्य के भाग को ब्रह्मवर्त्त कहा गया है।
45. निम्न में से कौन सही है ?
A. महावीर से पूर्व जैन धर्म अस्तित्व में नहीं था 
B. महावीर जैन धर्म के संस्थापक थे
C. महावीर ने पार्श्वनाथ के चार आयामों में एक और आयाम जोड़ा था
D. एक नवीन पन्थ के संस्थापक की अपेक्षा महावीर सुधारक अधिक थे
उत्तर- C
व्याख्या- महावीर स्वामी जैन धर्म के संस्थापक नहीं थे, वरन इस धर्म के सर्वाधिक प्रसिद्ध तीर्थकर थे। जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव थे। महावीर जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर थे। जैन घाई के पाँच महाव्रत थे-अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, आस्तेय तथा ब्रह्मचर्य।
46. निम्नलिखित में से किन धार्मिक पुस्तकों में बलि तथा भाग शब्दों का प्रयोग भूमि कर के लिए किया गया है? 
 A. जैन साहित्य
B. बौद्ध साहित्य
C. शतपथ ब्राह्मण
D. एतरेय ब्राह्मण
उत्तर- C
व्याख्या- बौद्ध साहित्य को धार्मिक पुस्तकों में बलि तथा भाग शब्दों का प्रयोग भूमि कर के लिए किया गया है।
47. सुवर्ण प्रभाष सूत्र पुस्तक सम्बन्धित है
A. बौद्ध धर्म 
B. जैन धर्म
C. शैव धर्म
D. वैष्णव धर्म
उत्तर- A
व्याख्या- महायान सूत्रों में वैपुल्य सूत्रों के रूप में प्रसिद्ध कुछ धर्मग्रन्थ बहुत महत्त्वपूर्ण हैं इनमें से कुछ महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ हैं—सधर्मपुणरीक, सुवर्णप्रभाष, ललितविस्तर, सम्माधिराज आदि
48. अवन्ति में बौद्ध धर्म का प्रचार किया
 A. महाकात्यायन ने
B. आनन्द ने
C. सारिपुत्र ने
D. मौद्गलायन ने
उत्तर- A
व्याख्या- बौद्ध धर्म के प्रचारक विभिन्न क्षेत्रों के लिए भेजे गए थे। जिनमें से कुछ प्रमुख महाकस्सप, लंका में महेन्द्र तथा संघमित्रा, कश्मीर तथा गन्धार म हैं— अवन्ति में महाकात्यायन, वैशाली में •मझंतिक, पवन देश में महारक्षित, सुवर्णभूमि में सोन तथा उत्तर आदि।
48. बुद्ध का प्रसिद्द शिष्य आनंद था –
A. मल्ल
B. वज्जि
C. लिच्छवि 
D. शाक्य 
उत्तर :- D
व्याख्या :- अश्वघोष कनिष्क के समकालीन लेखक हैं जिसका एक छंदबद्ध काव्य सौन्दरानंद हैं जो बुद्ध के सौतेले भाई आनंद के बौद्ध धर्म के दीक्षित के प्रसंग पर आधारित हैं 
49. प्रारंभिक जैन धर्म का इतिहास किस ग्रन्थ में मिलता हैं ?
A. भगवती शुत्र में 
B. कल्पसूत्र में 
C. परिशिष्टपर्वन में 
D. उक्त सभी में 
उत्तर ;- B
व्याख्या :- प्रारंभिक जैन धर्म का इतिहास कल्पसूत्र के पहले के भाग में महावीर से पूर्व के 23 तिर्थंकरो के जीवन का वर्णन हैं 
50. जैन धार्मिक ग्रंथ अंगो का सकलन सर्वप्रथम किस संगीति के अंतर्गत किया गया 
A. वल्लभी 
B. पाटलिपुत्र
C. वैशाली 
D. मथुरा 
उत्तर :- B
व्याख्या :- जैन धर्म ग्रन्थ अंगो का संकलन पाटलिपुत्र संगीति के अंतर्गत किया गया था चतुर्थ शताब्दी ई०पू० में प्रथम जैन सम्मलेन का आयोजन पाटलिपुत्र में किया गया

Lokesh Tanwar

अभी कुछ ख़ास है नहीं लिखने के लिए, पर एक दिन जरुर होगा....

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *