कॉम्पिटिशन के समय में सरकारी नौकरी की तैयारी कैसे करें ? || government job preparation
कॉम्पिटिशन के समय में सरकारी नौकरी की तैयारी कैसे करें ?
सरकारी नौकरी की तैयारी कैसे करें ? सर : इस बात में कोई दोराय नहीं है कि सरकारी नौकरियों में फ़ार्म भरने वाले लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है. एक एक पोस्ट के लिए हजारों लाखों की संख्या में फ़ार्म भरे जाते है.
कारण यह है कि किसी बिजनेसमैन के बच्चे को सरकारी नौकरी थोड़ी करनी है. देखो, जिसके परिवार के पास अच्छा पैसा रुपया है वो नहीं चाहेगा कि सरकारी नौकरी करें. सरकारी नौकरी असल में निम्न वर्ग और मध्यम वर्ग के लोग करना चाहते है.
क्यूंकि सरकारी नौकरी आपको जीवन भर की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देती है. इसी वजह से सरकारी नौकर को समाज में बहुत इज्जत से देखा जाता है.
एक बार सरकारी नौकरी पाने के बाद उस आदमी का सारा जीवन ही बदल जाता है. महीने के महीने पैसा आता है. सरकारी विभागों में पहुँच हो जाती है. और तो और उसका खानपान, उठक-बैठक, चाल-चलन सब बदल जाता है. इन कारणों से सरकारी नौकरी का आकर्षण है मोटे मोटे तौर पर.
अब सवाल आता है कि तैयारी करें तो कैसे करें ?
पहली बात तो यह कि अपने मन से डर निकाल दे कि नौकरी लगेगी या नहीं लगेगी.
एक बार की बात है एक जानकार था. वो पेपर देने के लिए राजस्थान अजमेर से दिल्ली गया. अपने जीजा के घर रुकना था उसको. तो जीजा जी ने पूछ ही लिया वैसे ही कि कितनी सीटें है इस नौकरी में ? लड़का बोला कि दो सीटें है. जीजाजी बोले कि कैसे होगा तुम्हारा दो सीटों पर. मुश्किल है बहुत !
लड़के की तैयारी बहुत अच्छी थी. आत्मविश्वास था तैयारी पर. बहुत अच्छे से पढ़ाई की थी. बोला, मेरा होगा सलेक्शन. आप देखना हो भी गया उसका. ये ऐटीत्युड मांगती है आपसे सरकारी नौकरी. किसी का हो न हो. आपका सलेक्शन होगा ही होगा.
दूसरी बात
आपका सलेक्शन सिर्फ इस बात पर निर्भर है कि आपने कितने सवाल सही किये है. इस चीज के लिए जरुरी है कि आपने पढ़ाई कैसे की है. आपने खूब पढ़ा है और फिर भी सवाल आपको नहीं आ रहे है, तो साफ़ साफ़ समझ लीजिये की पढ़ाई में कही न कही कोई दिक्कत है.
मै बताता हूँ आपको, की स्मार्ट स्टडी क्या होती है. कैसे करते है स्मार्ट स्टडी ?
पहली बात तो यह कि आप वेकेंसी के सिलेबस को हाथ से लिख कर अपने रजिस्टर के बाहर चिपका लीजिये. इससे आपको एक दायरे का मालूम चल जाएगा. आपको पता हो जाएगा कि आपको क्या पढना है और क्या नहीं पढना है.
दूसरी बात यह कि आप किताब या गाइड लेकर आते है तो बड़ा कन्फ्यूजन रहता है आपमें. कि कौनसी गाइड लाये, कौनसी किताब लाये? इसी वजह से आप किताबों का ढेर खड़ा कर देते है. और उनमे से पढ़ते बहुत कम है. तो याद रखिए आप-आपको सिर्फ एक अच्छी गाइड या किताब लानी है. सिर्फ एक. घबराइये मत. सलेक्शन के लिए एक ही काफी है, और सलेक्शन नहीं होने के लिए बहुत सारी किताबे भी कम पड़ेगी. चाहे जितना खर्चा कर लीजिये किताबों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लिख लीजिये.
तीसरी बात, टोपिक वाइज पढ़िए. मान लीजिये ब्याज दर का टोपिक पढ़ रहे है तो पहले इसे पढना है. या सिन्धु सभ्यता पढ़ रहे है तो अपनी किताब से इसे पढ़ लीजिये. फिर ! अगला टोपिक मत शुरू कीजिये. बाजार में प्रश्न बैंक मिलते है. वो लेकर आइये. प्रश्न सोल्व कीजिये. और खुद को देखिये की कितने सवाल हल हो रहे है. कोई नया सवाल आ गया जो आपने पढ़ा ही नहीं है अपनी किताब से. तो इस प्रश्न को अलग से रजिस्टर में नोट कर लीजिये. ये प्रोसेस आप हर टोपिक के साथ अपनाइए. इससे क्या होगा ? आप जो भी पढेंगे उसे कभी नहीं भूलेंगे. आप जो भी पढेंगे उसके सवाल आप कभी गलत नहीं करेंगे. परीक्षा में आपका स्कोर बढेगा और बहुत अधिक बढेगा.
चौथी बात, आप परीक्षा की तैयारी कर रहे है. न कि किसी जंग की. इसलिए सिम्पल रहिये. तनाव में मत रहिये. और जम कर तैयार कीजिये अपने आप को.
“ये बातें हमेशा ध्यान में रखनी है”
होता क्या है कि आपका एक फ्रेंड सर्कल होता है स्कूल या कोलेज का. उस सर्कल में भी कुछ आपके मित्र आपकी ही तरह नौकरी की तैयारी करते है. लेकिन यह कत्तई जरुरी नहीं है कि वो भी आपके जितने ही गंभीर हो तैयारी के लिए. तो बुनियादी गलती आप यही पर करते है. आप क्या करते है कि उन सभी के साथ परीक्षा से सम्बन्धित बातों की चर्चा करते है. बचिए इस चीज से! आप परीक्षा से सम्बन्धित चर्चाओं, पेपर के पेटर्न, कटऑफ आदि की चर्चा मत कीजिये अपने सभी दोस्तों से. ये बहुत गंभीर किस्म की बातें है. इन्हें आप अनुभवी लोगो से ही डिसकस कीजिये या फिर उन कुछ दोस्तों से ही चर्चा कीजिये जो वाकई कड़ी मेहनत कर रहे है. इससे होगा क्या कि आप भटकेंगे नहीं बिलकुल भी और आपकी तैयारी सधी हुई दिशा में आगे बढ़ेगी.
मोबाइल का प्रयोग सीमित रखिए. सीमित मतलब बिलकुल सीमित. ताकि आप अधिकतम समय अपने आप में इन्वेस्ट कर सकें.
लगातार अपने परिवार और ख़ास दोस्तों से जुड़े रहिये. इससे आप अपने आप को भावना के स्तर पर मजबूत पाएंगे. आपकी तैयारी में आपको सहायता मिलेगी.
कभी कभी अपने शौक को समय जरुर दीजिये. फिल्म देखिये, घुमने जाइए. लेकिन हमेशा नहीं.
नौकरी पाना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है. आप मेहनत सही दिशा में करेंगे पांच सात महीने तो नौकरी मिल जाएगी.
सहज रहिये. साधारण बात सोचिये. उलझिए मत. आपको जो पाना है वो आपको मिलेगा जरुर.